दक्षिण दिल्ली के नेवसराय में हुए एक खौ़फनाक हत्या कांड ने मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी महत्वपूर्ण बातों को उजागर किया है। 20 साल के लड़के ने अपनी माता-पिता और बहन की हत्या कर दी, जिसका कारण उनके बीच चल रही ‘सिबलिंग राइवलरी’ यानी भाई-बहन के बीच जलन माना जा रहा है। पुलिस जांच के अनुसार, यह कदम मानसिक अस्थिरता की वजह से उठाया गया।
विशेषज्ञों का मानना है कि लड़के का ‘डेल्यूजन ऑफ पर्जेक्यूशन’ (persecution delusion) का शिकार होना भी इस हिंसा के पीछे का मुख्य कारण हो सकता है। इस मानसिक स्थिति में व्यक्ति यह मानने लगता है कि उसे अन्य लोग नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि असल में ऐसा कुछ नहीं होता। लड़के को यह शक था कि माता-पिता अपनी सारी संपत्ति बहन को देंगे, और इस वजह से उसने उन्हें अपना दुश्मन मान लिया।
मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. मधुर राठी के अनुसार, यह स्थिति अक्सर सिजोफ्रेनिया के शुरुआती लक्षणों में से एक हो सकती है, जिसमें व्यक्ति अपने आस-पास के लोगों से खुद को खतरा महसूस करता है। इस मानसिक अवस्था में व्यक्ति को लगता है कि उसका उत्पीड़न हो रहा है, और वह अपने आसपास के लोगों को दुश्मन मानने लगता है।
अगर बच्चे में इस प्रकार के लक्षण दिखाई दें, तो माता-पिता को सतर्क रहकर समय रहते उसे मानसिक विशेषज्ञ के पास ले जाना चाहिए। शुरुआत में ही अगर पहचान लिया जाए, तो ऐसी खतरनाक स्थिति से बचा जा सकता है।
Key Takeaways: