पश्चिम बंगाल के मंत्री फिरहाद हकीम के बयान से सियासी विवाद खड़ा हो गया है। हकीम ने कहा कि अगर अल्लाह ने चाहा तो मुसलमान जल्द ही बहुमत में होंगे। बीजेपी ने आरोप लगाया कि उनका बयान शरिया कानून की ओर इशारा करता है। टीएमसी ने हकीम का बचाव करते हुए कहा कि उनका मकसद अल्पसंख्यकों के उत्थान पर जोर देना था, न कि किसी समुदाय को प्रभावित करना।