भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़ ने खुलासा किया कि उन्होंने जस्टिस शेखर कुमार यादव की नियुक्ति का विरोध किया था। चंद्रचूड़ ने नेपोटिज्म और पूर्वाग्रह के चलते तत्कालीन सीजेआई को पत्र लिखा था। विवादास्पद बयानों को लेकर उन्होंने न्यायाधीशों से संतुलित और जिम्मेदार बयान देने की अपील की, जिससे न्यायपालिका की निष्पक्षता बनी रहे। धर्मांतरण और पूर्वाग्रहपूर्ण टिप्पणियों पर भी उन्होंने असहमति जताई।