

दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की स्थिति पर ही चुनावी नतीजे निर्भर करेंगे। 2013, 2015 और 2020 के चुनावों में कांग्रेस का प्रदर्शन कमजोर रहा, लेकिन इस बार पार्टी ने कई सीटों पर मजबूत प्रत्याशी उतारे हैं। कांग्रेस के प्रयासों से ‘आप’ के लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं, और यदि पार्टी अपने वोटबैंक को वापस खींचने में सफल रही तो परिणाम बदल सकते हैं