

प्रशांत किशोर को सिविल कोर्ट से बिना शर्त जमानत मिली। पुलिस द्वारा बेऊर जेल ले जाने से पहले कोर्ट का फाइनल आदेश आया। पीके ने कहा कि उनका अनशन जारी रहेगा और वे उच्च न्यायालय में बीपीएससी घोटाले पर याचिका दायर करेंगे। उन्होंने जन सुराज और सत्याग्रह की विचारधारा का समर्थन किया और पुलिस के प्रयासों की आलोचना की।