

मूडीज की नई रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय रुपया दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया की सबसे कमजोर मुद्राओं में से एक बन गया है। पिछले 5 वर्षों में यह 20% तक गिरा है, और हाल ही में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 86.70 रुपये के निचले स्तर पर पहुंचा। हालांकि, मूडीज ने 23 भारतीय कंपनियों का विश्लेषण किया, जिसमें केवल 6 कंपनियां डॉलर की मजबूती से प्रभावित पाई गईं।