

दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा की वसीयत में 500 करोड़ रुपये की संपत्ति जमशेदपुर के मोहिनी मोहन दत्ता को गिफ्ट किए जाने का चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। दत्ता टाटा समूह के पूर्व कर्मचारी हैं और खुद को रतन टाटा का करीबी मानते हैं। वसीयत में उनकी संपत्ति का बड़ा हिस्सा चैरिटी के लिए समर्पित किया गया है, जबकि सौतेले भाई नोएल टाटा का नाम इसमें शामिल नहीं है।